देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी किसान कर्ज माफी योजना 2021 शुरू करी थी । प्रधानमंत्री किसान कर्ज माफी योजना के माध्यम से प्रत्येक किसान को प्रोत्साहन देना एवं सभी किसानो को आत्मनिर्भर बनाना इस किसान कर्ज माफी योजना का मुख्य उदेश्य है । यह PM Kisan Karj Mafi Yojana 2021 फिर से शुरु होने जा रही है ।
देश के 50% से अधिक किसान परिवारों ने कृषि कार्य के लिए कर्जा लिया है और खेती में नुकसान होने की वजह से दिनों- दिन यह कर्जा बढ़ रहा है। ऐसे में किसान जो अपना लोन देने में समर्थ है और किसानो की आत्महत्या काफी बड़ रही है , इसलिए इन सभी को रोकने के लिए निरंतर प्रयास किया जा रहा है। किसान कर्ज माफी योजना के माध्यम से 26 लाख किसानों के सर से लोन का बोझ कम करने का फैसला लिया जा रहा है। अन्य राज्यों ने भी किसान कर्ज माफ़ी योजना को शुरु किया है।
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किसान कर्ज माफी योजना के तहत केंद्र सरकार देश के किसानो की भलाई के लिए खरीफ की होने वाली फसलों का न्यूनतम समर्थन का मुल्य बढ़ाएंगे। यह योजना किसानो के कृषि और कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत आएगी और इसमें लकभग 6 रुपया का खर्च आएगा।
प्रधानमंत्री किसान कर्ज माफी योजना

इस योजना से प्रधानमंत्री मोदी सरकार के द्वारा लकभग 28 लाख किसानो का कर्ज माफ़ किया जायेगा।किसान कर्ज माफी योजना के तहत इस योजना का ऋण माफ़ी केंद्र सरकार उठाएगी। इस ऋण माफ़ी योजना का कुल खर्च 5 लाख करोड़ है। इसके अंतर्गत किसान द्वारा लिया गया वाणिज्यिक बैंक से या सहकारी या राष्ट्रीयकृत बैंक से लिया गया ऋण माफ़ किया जायेगा। इस योजना को फिर से शुरू करने का मुख्य कारन ये भी है की 4 प्रमुख देश में बीजेपी की सरकार की हार का कारण किसान ही था।
कर्ज माफ़ी योजना केंद्र सरकार के द्वारा शुरु की जाएगी , कर्ज माफ़ी योजना अभी भी शुरुआती चढ़णो में है। परन्तु सरकार ने इस योजना के तहत आवेदन के लिए अभी कोई घोषणा नहीं की है। कर्ज माफ़ी योजना में देश के सभी किसान इसके लिए पात्रता होंगे लेकिन वही किसान इस कर्ज माफ़ी योजना का लाभ उठा सकता है जो किसान पूरी तरह कृषि पर निर्भर करता हो। और किसान के पास किसान रजिस्ट्रशन फॉर्म भी होना जरुरी है ।
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रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया (RBI) इस योजना के विरोध में है। स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया (SBI) प्रधानमंत्री किसान कर्ज माफ़ी योजना के तहत कहना है की इससे ऋणदाता और ऋण लेने वाले के बीच असन्तुलन हो सकता है। यह योजना सही नहीं है क्योकि इस योजना के गैर निष्पादित संपत्तियां का अनुपात पड़ेगा। आगरा किसान अपने कर्ज का भुकतान सही समय पे नहीं करता है। चुनाव का इंतज़ार करेगा जिससे उनका कर्ज माफ़ हो जयेगा |