Atrangi Re Review: अगर आपको साल के अंत की एक मनोरंजक फिल्म देखना है तो आप अतरंगी रे को देख सकते है। यह फिल्म आपका अच्छा खासा मनोरंजन करने वाली है जिसमे सारा अली खान कुछ अलग ही नज़र आई है।
सबसे पहली बात तो आप इस मूवी को परिवार के साथ बैठ कर देख सकते है। वही इस मूवी में कहानी है जिसको मन में लेकर आप मूवी देखने सिनेमा हॉल जाते है, या अपनी स्क्रीन को आन करते है। अतरंगी में वह सब कुछ है, जो आप अपने परिवार के साथ बैठ कर देख सकते है।
इस मूवी को डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर रिलीज़ किया गया है, जिसको आप अपनी क्रिसमस छुट्टियों में देख सकते है या नए साल में अपना मनोरंजन कर सकते है। काफी टाइम बाद एक ऐसी मूवी सामने आयी है जो बिना किसी एजेंडे के लोगो को एंटरटेन कर रही है। देखा जाए तो फिल्म के लेखक हिमांशु शर्मा और निर्देशक आनंद एल रॉय के साथ पूरी टीम के द्वारा किया गया काम कबीले तारीफ है।
Movie Review | अतरंगी रे |
लेखक | हिमांशु शर्मा |
निर्देशक | आनंद एल रॉय |
निर्माता | आनंद एल रॉय , हिमांशु शर्मा , आनंद एल रॉय, अक्षय कुमार |
कलाकार | अक्षय कुमार, धनुष, सारा अली खान, सीमा बिस्वास, आशीष वर्मा |
ओटीटी | डिज्नी प्लस हॉटस्टार |
रेटिंग | 5/3 स्टार |
देखा जाए तो हाल के कुछ वर्षो में सिनेमा में सहजता कम होती जा रही है, और लेखकों वा निर्देशको को अपनी कहानी के लिए मुद्दे ढूंढने पड़ रहे है। वही मनुष्य और मनुष्यता पीछे छूट जाती है। जहा मनोरंजन दोयम दर्जे की बात बन कर रह जाती है। लेकिन अतरंगी रे ऐसी नहीं है, फिल्म के किरदारों के साथ कनेक्ट हो जाते है, और आपमें आगे जानने की इच्छा बढ़ती जाती है।
इस मूवी में आनंद एल रॉय के लड़खड़ाने के बाद पटरी पर आ जाते रिस्तो का बहुत अहम् रोल है। फिल्म बिहार से शुरू होती है, जहा रिंकू सूर्यवंशी (सारा अली खान) की शादी उसकी नानी (सीमा बिस्वास) और बाकी रिश्तेदार दिल्ली से आए विष्णु (धनुष) जो की तमिल भाषी है से जबरजस्ती करवा देते है। यह एक पकड़ौवा ब्याह होता है, जिसमे शादी के लिए लड़के को उठा लिया जाता है।
विष्णु रिंकू को दिल्ली साथ लेकर जाते वक़्त बताता है के उसकी 2 दिन बाद सगाई है जो की एक लव मैरिज है, तब रिंकू बताती है कि यह तो अच्छा है क्योंकि वह किसी और से प्यार करती है, जिसका नाम सज्जाद अली है, (अक्षय कुमार) सज्जाद के लिए वह पिछले चौदह साल में 21 बार घर से भागी है, और वह हर बार पकड़ी गई तब यह तय होता है कि विष्णु शादी कर ले तो दोनों अपने-अपने रास्तों पर निकल जाएंगे, अपने पसंदीदा साथियों के साथ, लेकिन सवाल यह कि क्या ऐसा हो पाएगा।
इस फिल्म की खूबसूरती का किरदार है सारा अली खान, जो की एक ठेठ देशी लड़की है, साथ ही वह पूरी कहानी के केंद्र में है, पूरी फिल्म इनके ही इर्द-गिर्द घूमती है, बता दे के उन्होंने अपने रोल को बखूबी निभाया है, वह उम्मीद कर सकती हैं कि आनंद एल राय की तनु वेड्स मनु ने जो जादू कंगना रनौत के करिअर में किया थ, यह फिल्म उनके लिए कर जाए सारा के किरदार में यहां परतें हैं जिन्हे उन्होंने अभिनय से इन्हें अलग-अलग स्तर पर जीया है।
इस फिल्म के गाने पर उनका डांस एक अलग असर पैदा करता है, इसमें कोई शक नहीं के धनुष एक शानदार अभिनेता हैं और यहां वह अपनी पहचान के अनुरूप हैं, चाहे प्यार का मामला हो या कॉमिक टाइमिंग का, वह नहीं चूकते। अक्षय कुमार के साथ अच्छी बात यह है कि उन्होंने कहानी में अपने रोल की नजाकत को समझते हुए इसे निभाया है यही लचीलापन किसी भी अभिनेता के करिअर की जीवन-रेखा लंबी बनाता है, बात करे धनुष के दोस्त के रूप में आशीष वर्मा की तो आशीष ने अपनी भूमिका मजबूती से निभाई है। एआर रहमान का संगीत और इरशाद कामिल के गीत कहानी को मधुर बनाते हैं। किसी फिल्म में अरसे बाद सारे गाने सुनने-गुनगुनाने जैसे हैं।
अतरंगी रे में आपको रोमांस, इमोशन, और भरपूर ड्रामा देखने को मिलेगा, कैमरा और एडिटिंग वर्क अच्छे है, आनंद एल रॉय जीरो की नाकामी को पीछे छोड़ आए है और फिर से अपनी पुरानी लय पकड़ चुके है। यही बात हिमांशु रॉय ने अपनी लेखनी में भी डाली है उनके द्वारा ही फिल्म में दिलचस्प ट्विस्ट डाला गया है जो इस फिल्म को रोमांस और ड्रामे से ऊपर उठाता है।
सज्जाद के रूप में अक्षय का किरदार और उससे रिंकू का प्यार वह धागा है, जिसमें यह फिल्म मोतियों-सी पिरोई नजर आती है। विष्णु और रिंकू की कहानी के बीच सज्जाद और रिंकू दर्शकों को याद रह जाते हैं, आप खुश हो जाइये कि साल 2021 को एक अच्छी फिल्म की यादों के साथ अलविदा कर रहे है।