Delhi Bhulekh Khasra Khatauni :- दिल्ली भूलेख में आपको दिल्ली से जुडी सारी जमीनों की जानकारी मिल जाएगी, जिससे हमें पता चल जाता है। कि जमीन पर मालिकाना हक़ किसका है। या यह जमीन किसके नाम पर रेजिस्टर्ड है। पहले हमें यह सब जानकारी प्राप्त करने के लिए सरकरी कार्यलयो के चक्कर लगाने पड़ते थे, लेकिन अब सारी चीज़े डिजिटल होती जा रही है जिससे हमारा समय काफी बच रहा है। और हम घर बैठे ही सारी जानकारिया जुटा सकते है।

आज इस लेख में हम आपके साथ दिल्ली भूलेख से जुडी सारी जानकारी साझा करने वाले है। जिसमे हम आपको भूमि रिकॉर्ड देखने की प्रक्रिया, दिल्ली भूलेख से होने वाले लाभ, भूमि रिकॉर्ड के बारे में विवरण यह सब शामिल है, तो चलिए शुरू करते है।
Contents
दिल्ली भूलेख जमाबंदी खसरा खतौनी क्या है?
दिल्ली भूलेख पोर्टल को विकसित करने के पीछे पुरे क्षेत्र में पड़ी सारी सम्पत्तियो की पावती लेने के लिए अधिकारियो के द्वारा विकसित किया गया है। जैसा के हम सभी जानते है पहले सारी पावतियो को हार्डकॉपी के रूप में रखा जाता था जिनमे सभी नियमावली और राज्य की सभी पावती शामिल थी। लेकिन अब सारे रिकॉर्ड को को सॉफ्ट कॉपी के रूप में रखा जाना शुरू कर दिया गया है। ताकि यह हर इंसान के लिए एक पारदर्शी प्रक्रिया हो।
पोर्टल का नाम | ऑनलाइन जमाबंदी खतौनी नक़ल |
विभाग | राजस्व विभाग दिल्ली सरकार |
जारी किया गया | दिल्ली सरकार द्वारा |
प्रक्रिया | ऑनलाइन |
ऑफिसियल वेबसाइट | dlrc.delhigovt.nic.in |
ऑनलाइन जमाबंदी खसरा खतौनी नक़ल से होने वाले लाभ
दिल्ली भूलेख पोर्टल के कई सारे लाभ है जिनमे से एक लाभ यह भी है के इसमें रखे किसी भी रिकॉर्ड को खो नहीं सकते, सभी रिकॉर्ड को सहेज कर रखा जाता है देखा जाए तो आसान भाषा में कहे तो सभी सूचनाओं को क्लाउड स्टोरेज में रखा जाता है।jisse वह कभी भी कही भी नहीं खो सकती है और हम बड़ी ही आसानी से कभी भी कही भी उन्हें ऑनलाइन देख सकते है। साथ ही रिकॉर्ड पुराने रिकॉर्ड की तरह न तो फटता है और न ही उसमे गलती होने पर काट के सही करने के निशान होते है।
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दिल्ली भूलेख पोर्टल की विशेषताएं
दिल्ली भूलेख पोर्टल की कई विशेषताएं है जो हम आपको निचे उपलब्ध करवा रहे है।
- पोर्टल पर दिल्ली में रहने वाले रहवासी आसानी से ऑनलाइन अपनी भूमि रिकॉर्ड के बारे में जान सकते है।
- अब आपको दिल्ली में किसी भी जमीन के बारे में जानकारी चाहिए तो आपको किसी सरकारी दफ्तर जाने की जरुरत नहीं होगी यह काम आप घर बैठे भी ऑनलाइन कर पाएंगे।
- पोर्टल से जमीनी मामलो में होने वाली धोखाधड़ी के मामलो में कमी आएगी।
- पोर्टल के आने से राजस्व विभाग को अब यात्राएँ काम करना पड़ेगी।
- इस पोर्टल पर आप अपनी भूमि से जुडी जानकारी को जोड़ भी सकते है अगर अपडेट करना चाहे तो वह भी कर सकते है।
दिल्ली भूलेख पोर्टल के लाभ
- इस ऑनलाइन सुविधा के द्वारा दिल्ली राज्य के सभी नागरिको को जमीन से जुडी सभी तरह की जानकारी प्रदान करना है।
- इस पोर्टल के द्वारा नागरिक अपनी जमाबंदी नक़ल खसरा नंबर की सारी जानकारी ऑनलाइन देख पाएंगे।
- आप इस पोर्टल के माध्यम से जमीन रजिस्टर वा खसरे की जानकारी ऑनलाइन ही प्राप्त कर सकते है।
- आप अपनी जमीन के कागजात के द्वारा किसी भी बैंक से लोन ले सकते है, वा फसल बीमा के लिए भी अप्लाई कर सकते है।
- इस पोर्टल पर आप ऑनलाइन ही अपनी भूमि को देख सकते है वा उस पर मालिकाना हक़ जाता सकते है।
- अब आपको दिल्ली में किसी भी जमीन के बारे में जानकारी चाहिए तो आपको किसी सरकारी दफ्तर जाने की जरुरत नहीं होगी यह काम आप घर बैठे भी ऑनलाइन कर पाएंगे।
दिल्ली भूलेख-भूमि ऑनलाइन रिकॉर्ड देखने की प्रक्रिया
- सबसे पहले आपको DELHI LAND RECORD COMPUTERIZATION की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाना होगा।
- अब आपके सामने वेबसाइट का होम पेज ओपन हो जाएगा।
- यहाँ पर आपको खसरा खतौनी विवरण पर क्लिक कर देना है।
- अब आपके सामने दिल्ली राज्य की पूरी भू-लेख की लिस्ट आ गई है।
- अब आपको View Record पर क्लिक करना होगा।
- अब आपके सामने एक फॉर्म जैसा दिखने वाला पेज ओपन होगा।
- अब आपको यहाँ साड़ी चीज़े बिलकुल सही भरनी है। जिसमे जिला, उपजिला, गांव, खता प्रकार शामिल है।
- सबमिट पर क्लिक कर दे उस जमीन के मालिक की सूचि आपके सामने आ जाएगी।
- जिसके बारे में जानकारी चाहिए उस नाम पर क्लिक कीजिए अंत में आपके जिले का सारा विवरण आपकी स्क्रीन पर प्रदर्शित कर दिया जाएगा।
दिल्ली भूलेख में पूंछे जाने वाले सवाल
दिल्ली भूलेख की ऑफिसियल वेबसाइट क्या है?
दिल्ली भूलेख की ऑफिसियल वेबसाइट dlrc.delhigovt.nic.in है।
दिल्ली भूलेख पोर्टल किसके द्वारा जारी किया गया है?
इस पोर्टल को दिल्ली सरकार के द्वारा जारी किया गया है।
दिल्ली भूलेख पोर्टल के क्या लाभ है?
इस पोर्टल के माध्यम से दिल्ली में रहने वाले रहवासी घर बैठे अपनी जमीन के बारे में जान पाएंगे, उन्हें किसी भी तरह के सरकारी दफ्तर के चक्कर नहीं लगाना होंगे।