मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना 2022 | Mukhyamantri Ghasyari Kalyan Yojana 2022 | मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना आवेदन प्रक्रिया | Mukhyamantri Ghasyari Kalyan Yojana Online Registration
Mukhyamantri Ghasyari Kalyan Yojana 2022: उत्तराखंड राज्य में पशुपालको को पौष्टिक एवं गुणवत्तायुक्त चारे की कमी का सामना करना पड़ रहा है। जिसके कारण दुग्ध उत्पादन में लगातार कमी आ रही है। जिस वजह से पर्वतीय किसानो की पशुपालन में रुचि घटती जा रही है। इन समस्याओ को देखते हुए उत्तराखंड सरकार के द्वारा मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना को आरंभ किया गया है।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य पशुपालकों को पौष्टिक पशु आहार उपलब्ध करवाना होगा। जिसके द्वारा दुग्ध उत्पादन में वृद्धि हो सकेगी। यदि आप भी mukhyamantri ghasiyari Kalyan Yojana से संबंधित जानकारी चाहते है, तो आपको हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ना होगा। जिसमे हमने योजना से होने वाले लाभ, उद्देश्य, पात्रता, विशेषताएं, महत्वपूर्ण दस्तावेज वा आवेदन प्रक्रिया के बारे में सम्पूर्ण जानकारी दी है, तो चलिए जानते है मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना के बारे में।
मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना का आरंभ उत्तराखंड सरकार के द्वारा किया गया है। योजना को आरंभ करने के पीछे का मुख्य कारण राज्य में हो रही पौष्टिक एवं गुणवत्तायुक्त चारे की कमी को पूरा करना है, योजना के माध्यम से पशुपालकों को पशु आहार साइलेज के रूप में उपलब्ध करवाए जाएंगे।
साइलेज को वैक्यूम बैग के रूप में उपलब्ध करवाए जाएंगे जिनमे बैग का वजन 25 से 30 किलो होगा बता दे के अब सरकार के द्वारा पशुपालको को पशु आहार उपलब्ध करवाया जाएगा। जिससे पशुपालकों को पशु आहार प्राप्त करने के लिए अब कहीं भी जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। पशु आहार से दुग्ध उत्पादन में 15 से 20 फ़ीसदी की वृद्धि भी होगी वा दुधारू पशुओं के स्वास्थ्य में भी सुधार आएगा।
आज मा. गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री @AmitShah जी के साथ देहरादून में मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना, सहकारी समितियों के कंप्यूटरीकरण एवं कोऑपरेटिव सोसायटी ट्रेनिंग सेंटर का शुभारंभ किया। pic.twitter.com/XJJlFJU7GH
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) October 30, 2021
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योजना के माध्यम से पर्वतीय क्षेत्र के किसानो के बीच पशुपालन को लेकर भी रूचि बढ़ेगी, वा चारे ना होने वाली समस्या भी समाप्त हो जाएगी। साथ ही पशुओ के स्वास्थ का भी ध्यान रखा जाएगा, जिससे पशुपालको की आय में भी वृद्धि होगी। साथ ही मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना के माध्यम से दुग्ध उत्पादन में आ रही कमी को भी दूर किया जा सकेगा, वा पशुपालको के जीवन स्तर में भी सुधार आएगा।
योजना का नाम | मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना |
किनके द्वारा आरम्भ की गई | उत्तराखंड राज्य के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी के द्वारा |
मुख्य उद्देश्य | राज्य में रहने वाले पशुपालको के पशुओ लिए पौष्टिक पशु आहार उपलब्ध कराना |
लाभार्थी | उत्तराखंड राज्य के पशुपालक |
साल | 2022 |
राज्य | उत्तराखंड राज्य |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन/ऑफलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | जल्द लांच की जाएगी |
योजना का मुख्य उद्देश्य पर्वतीय क्षेत्र के किसानो को अपने पशुओ के लिए हो रही चारे की कमी को हल करना है। योजना के द्वारा पशुपालको को पौष्टिक और गुणवत्तायुक्त चारा उपलब्ध कराया जाएगा। जिससे दुग्ध उत्पादन में बढ़ोतरी आ सकेगी, साथ ही योजना के माध्यम से नए पशुपालक पशुपालन की और आकर्षित होंगे व अब पशुपालको को अपने पशुओ के लिए चारा लाने के लिए कही जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी, क्योकि अब राज्य सरकार के द्वारा पशुओ के लिए चारा उपलब्ध कराया जाएगा, पौष्टिक और गुणवत्तायुक्त चारा खाने से पशुओ का स्वास्थ्य भी बेहतर होगा, जिससे दुग्ध उत्पादन में लगातार आ रही कमी को दूर किया जा सकेगा। योजना के माध्यम से पशुपालकों की आय में भी वृद्धि होगी वा उनके जीवन स्तर में सुधार आएगा।
- उत्तराखंड राज्य सरकार के द्वारा मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना को आरंभ किया गया है।
- योजना के माध्यम से पशुपालकों को पशु आहार (साइलेज) के वैक्यूम बैग उपलब्ध करवाए जाएंगे, जो की 25 से 30 किलो के होंगे।
- पशुपालको को अब पशुओ के चारे के लिए कही भटकने की जरुरत नहीं पड़ेगी क्योकि सरकार के द्वारा उन्हें पशु आहार उपलब्ध कराया जाएगा
- पशु आहार से दुग्ध उत्पादन में 15 से 20 फ़ीसदी की वृद्धि भी होगी वा दुधारू पशुओं के स्वास्थ्य में भी सुधार आएगा।
- योजना के माध्यम से पर्वतीय क्षेत्र के किसानो के बीच पशुपालन को लेकर भी रूचि बढ़ेगी, वा चारे ना होने वाली समस्या भी समाप्त हो जाएगी।
- योजना के माध्यम से पशुओ के स्वास्थ का भी ध्यान रखा जाएगा, जिससे पशुपालको की आय में भी वृद्धि होगी
- मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना के माध्यम से दुग्ध उत्पादन में आ रही कमी को भी दूर किया जा सकेगा।
- योजना के माध्यम से पशुपालको के जीवन स्तर में भी सुधार आएगा।
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- आवेदनकर्ता उत्तराखंड राज्य का स्थाई निवासी होना चाहिए।
- आवेदनकर्ता पशुपालक होना अनिवार्य है।
- आवेदनकर्ता के पास खुद के दुधारू पशु होना चाहिए।
- आवेदनकर्ता के पास आधार कार्ड होना चाहिए।
- आवेदनकर्ता के पास राशन कार्ड होना चाहिए।
- आवेदनकर्ता के पास आय का प्रमाणहोना चाहिए।
- आवेदनकर्ता के पास निवास प्रमाण पत्र होना चाहिए।
- आवेदनकर्ता के पास आयु का प्रमाणहोना चाहिए।
- आवेदनकर्ता के पास ईमेल आईडी होना चाहिए।
- आवेदनकर्ता के पास मोबाइल नंबर होना चाहिए।
- आवेदनकर्ता के पास पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ होना चाहिए।
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यदि आप भी उत्तराखंड राज्य के नागरिक है और आप भी मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना के अंतर्गत आवेदन करके योजना का लाभ उठाना चाहते है तो आपको अभी कुछ समय इंतज़ार करना होगा क्योकि राज्य सरकार के द्वारा अभी इस योजना को आरंभ करने की घोषणा की गई है जल्द ही राज्य सरकार के द्वारा योजना के अंतर्गत आवेदन करने से संबंधित जानकारी साझा की जाएगी। जैसे ही योजना से सम्बंधित किसी भी तरह की जानकारी सार्वजनिक की जाएगी हम अपने इस लेख में आपको जरूर उस विषय पर जानकारी देंगे।