राष्ट्रीय गोकुल मिशन एप्लीकेशन फॉर्म | Rashtriya Gokul Mission in Hindi | राष्ट्रीय गोकुल मिशन क्या है? | Rashtriya Gokul Mission Application Form | Rashtriya Gokul Mission Online Registration
राष्ट्रीय गोकुल मिशन 2022: हमारे भारत देश में गायो का बहुत महत्व है यहाँ गायो को पाला जाता है वा आस्था की नज़र से भी देखा जाता है, साथ ही सरकार के द्वारा भी गायों के संरक्षण एवं नस्ल के विकास के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाओ को आरंभ किया जाता है योजनाओ को आरंभ करके पशु पालन कर रहे नागरिको को विभिन्न प्रकार की आर्थिक वा सामाजिक सहायता प्रदान की जाती है।
इन्ही योजनाओ में सरकार के द्वारा आरंभ की जाने वाली योजनाओ में एक नाम और जुड़ गया है। जी हाँ सरकार के द्वारा राष्ट्रीय गोकुल मिशन का शुभारंभ किया गया है। इस मिशन के द्वारा वैज्ञानिक विधि से गायों के संरक्षण एवं नस्ल के विकास को प्रोत्साहित किया जाएगा। यदि आप भी Rashtriya Gokul Mission का लाभ उठाना चाहते है तो आपको हमारे इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ना चाहिए। जिसमे हमने राष्ट्रीय गोकुल मिशन 2022 से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की है। जिसमे आप जानेंगे योजना में आवेदन करने की प्रक्रिया, उद्देश्य, लाभ, विशेषताएं, महत्वपूर्ण दस्तावेज आदि से जुडी सभी प्रकार की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
Contents
- 1 राष्ट्रीय गोकुल मिशन क्या है?
- 2 Rashtriya Gokul Mission 2022
- 3 राष्ट्रीय गोकुल मिशन का मुख्य उद्देश्य
- 4 राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत पुरस्कार का प्रावधान
- 5 योजना के अंतर्गत बनाए जाएंगे नए गोकुल ग्राम
- 6 योजना के अंतर्गत अब तक हो चुके है 1842.76 करोड़ रुपए खर्च
- 7 राष्ट्रीय गोकुल मिशन से होने वाले लाभ वा विशेषताएं
- 8 राष्ट्रीय गोकुल मिशन की पात्रता
- 9 राष्ट्रीय गोकुल मिशन के लिए आवश्यक दस्तावेज
- 10 Rashtriya Gokul Mission ऑफलाइन आवेदन प्रक्रिया
राष्ट्रीय गोकुल मिशन क्या है?

केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह द्वारा 28 जुलाई 2014 को राष्ट्रीय गोकुल मिशन को आरंभ किया गया था। इस योजना के माध्यम से वैज्ञानिक विधि के द्वारा स्वदेशी गायों के संरक्षण और नस्ल के विकास को प्रोत्साहित किया जाएगा। इस योजना के कार्यान्वयन के लिए वर्ष 2014 में 2025 करोड़ रुपए के बजट का आवंटन किया गया था। लेकिन वर्ष 2019 में इस योजना के बजट को 2025 करोड़ रुपए से बढ़ा कर 750 करोड़ रुपए कर दिया गया। इस मिशन के माध्यम से नस्ल सुधार कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। जिसके द्वारा पशुओं की संख्या में भी वृद्धि होगी। साथ ही दूध उत्पादन भी बढ़ेगा।
इस योजना के माध्यम से पशुपालक किसानो की आय में वृद्धि होगी। साथ ही पशुपालन को बढ़ावा मिलेगा वा किसानो को दूध उत्पादन की गुणवत्ता में सुधार करने के साथ वैज्ञानिक रुप से वृद्धि करने के विषय में भी जानकारी प्रदान की जाएगी।
Rashtriya Gokul Mission 2022
योजना का नाम | राष्ट्रीय गोकुल मिशन |
किनके द्वारा आरंभ की गई | केंद्र सरकार के द्वारा |
मुख्य उद्देश्य | स्वदेशी गायों के संरक्षण और नस्ल के विकास को वैज्ञानिक विधि से प्रोत्साहित करना |
लाभार्थी | गौपालक |
वर्ष | 2022 |
आवेदन प्रकार | ऑनलाइन/ऑफलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | dahd.nic.in |
राष्ट्रीय गोकुल मिशन का मुख्य उद्देश्य
केंद्र सरकार के द्वारा आरंभ की गई राष्ट्रीय गोकुल मिशन योजना का मुख्य उद्देश्य स्वदेशी पशुओं की नस्ल में सुधार करना है। साथ ही संरक्षण तथा दुग्ध उत्पादन क्षमता को बढ़ाना एवं उनकी गुणवत्ता को बेहतर बनाना है। इस योजना के माध्यम से अलग-अलग नस्लों की गायो का विकास किया जाएगा। जिनमे सहीवाल, थारपरकर, गिर, लाल सिंध जैसी उच्च कोटि की स्वदेशी गाये शामिल है। किसानो के दुधारू पशुओ के लिए कृतिम गर्भाधान की सुविधा उनके घर पर उपलब्ध करवाई जाएगी। साथ ही इस मिशन के अंतर्गत जेनेटिक योग्यता वाले सांड का वितरण भी किया जाएगा।
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राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत पुरस्कार का प्रावधान
योजना के अंतर्गत केंद्र सरकार की और से पुरस्कार का प्रावधान भी रखा गया है। जिसे पशुपालन एव् डेयरी विभाग के द्वारा प्रदान किया जाएगा, पुरस्कार का प्रावधान किसानो को पशुपालन कि और आकर्षित करने के लिए रखा गया है। जिससे देश के किसान पशुपालन कि और आकर्षित हो सके, बता दे कि यदि कोई किसान प्रथम एवं द्वितीय स्थान प्राप्त करता है, तो उसे गोपाल रतन पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। यदि कोई किसान तीसरा स्थान प्राप्त करता है, तो उसे कामधेनु पुरुस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
साथ ही स्वदेशी नस्लों के गौजातीय पशुओं का बेहतर संरक्षण करने वाले पशुपालक को भी गोपाल रत्न पुरस्कार दिया जाएगा। गौशालाओं और सर्वोत्तम प्रबंधित ब्रीड सोसायटी को कामधेनु पुरस्कार दिया जाएगा, योजना के अंतर्गत अभी तक 22 गोपाल रत्न वा 21 कामधेनु पुरुस्कार प्रदान किए जा चुके है।
योजना के अंतर्गत बनाए जाएंगे नए गोकुल ग्राम
- योजना के अंतर्गत सरकार के द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में पशु केंद्र बनाए जाएंगे।
- बनाए गए पशु केन्द्रो को गोकुल ग्राम कहा जाएगा।
- हर गोकुल ग्राम में लगभग 1000 से अधिक पशुओ को रखने कि व्यवस्था कि जाएगी।
- सभी पशुओं की आवशकता को पूरा करने के उद्देश्य से पोषक संबंधित चारे की व्यवस्था की जाएगी।
- साथ ही हर पशु ग्राम में एक पशु चिकित्सालय वा कृत्रिम गर्भाधान सेंटर भी बनाए जाएंगे।
- गोकुल ग्राम में रहने वाले पशुओ के द्वारा दूध की प्राप्ति होगी वा गोबर से जैविक खाद को बनाया जाएगा।
- इसके अलावा नागरिको को रोजगार भी मिलेगा जिससे बेरोजगारी दर में कमी आएगी।
योजना के अंतर्गत अब तक हो चुके है 1842.76 करोड़ रुपए खर्च
केंद्र सरकार के द्वारा आरंभ की गई राष्ट्रीय गोकुल मिशन योजना के संचालन हेतु सरकार की और से 2025 करोड़ रुपए का आवंटन किया गया था। इस योजना को देश के हर राज्य में संचालित किया जा रहा है वा साथ ही मीडिया की जानकारी के अनुसार वर्ष 2014 से लेकर वर्ष 2020 तक योजना के संचालन के लिए 1842.76 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं।
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राष्ट्रीय गोकुल मिशन से होने वाले लाभ वा विशेषताएं
- केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह द्वारा राष्ट्रीय गोकुल मिशन को 28 जुलाई 2014 को आरंभ किया गया था।
- इस मिशन का उद्देश्य वैज्ञानिक विधि से स्वदेशी गायों का संरक्षण वा नस्लों को प्रोत्साहित करना है।
- इस योजना के कार्यान्वयन के लिए केंद्र सरकार के द्वारा वर्ष 2014 में 2025 करोड़ रुपए के बजट का आवंटन किया गया था।
- वही इस योजना के बजट को वर्ष 2019 में 750 करोड़ रुपया से बढ़ा दिया गया।
- साथ ही योजना के द्वारा स्वदेशी दुधारु पशुओं की अनुवांशिक संरचना में सुधार करने के लिए नस्ल सुधार कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
- जिसके द्वारा पशुओ की सांख्य में वृद्धि होगी।
- साथ ही दूध उत्पादन वा उत्पादकता को बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रकार के प्रयास किये जाएंगे।
- योजना के द्वारा देश के पशुपालक किसानो आय मै भी वृद्धि होगी।
- इस मिशन के द्वारा पशुपालन को भी बढ़ावा मिलेगा।
- साथ ही योजना के माध्यम से किसानों को दूध उत्पादन की गुणवत्ता में सुधार करने के साथ वैज्ञानिक रुप से वृद्धि करने के विषय में भी जानकारी प्रदान की जाएगी।
राष्ट्रीय गोकुल मिशन की पात्रता
- आवेदनकर्ता भारत देश स्थाई निवासी होना चाहिए।
- योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदनकर्ता की आयु 18 वर्ष या उससे अधिक होना अनिवार्य है।
- इस योजना का लाभ छोटे किसान वा पशुपालक ही उठा सकते है।
- यदि किसान वा पशुपालक को सरकार की और से पैंशन प्राप्त होती है तो ऐसी स्थिति में वह योजना का लाभ नहीं उठा पाएंगे।
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राष्ट्रीय गोकुल मिशन के लिए आवश्यक दस्तावेज
- आवेदनकर्ता का आधार कार्ड
- आवेदनकर्ता का आय प्रमाण पत्र
- आवेदनकर्ता का निवास प्रमाण पत्र
- आवेदनकर्ता का आयु का प्रमाण
- आवेदनकर्ता का मोबाइल नंबर
- आवेदनकर्ता का ईमेल आईडी
- आवेदनकर्ता का पासपोर्ट साइज फोटो ग्राफ
Rashtriya Gokul Mission ऑफलाइन आवेदन प्रक्रिया
- सबसे पहले आपको अपने पास के पशुपालन और डेरी विभाग पर जाना होगा।
- यहाँ से आपको योजना से संबंधित आवेदन पत्र प्राप्त करना होगा।
- अब आपको आवेदन पत्र में पूँछी गई सभी जानकारी को दर्ज करना होगा जिसमे आपका नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी आदि को सही सही दर्ज करना होगा।
- आवेदन भरने के पश्चात आपको योजना में मांगे गए सभी दस्तावेजों को आवेदन पत्र के साथ अटैच करना होगा।
- अब आपको आवेदन पत्र को अपने पास के पशुपालन एवं डेरी विभाग में जमा करना होगा।
- लजिए हो गया आपका आवेदन इस तरह आप राष्ट्रीय गोकुल मिशन अंतर्गत आवेदन कर सकेंगे।