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Union Budget 2022: देश में जब भी वित्त मंत्री के द्वारा बजट पेश किया जाता है, तब हर सेक्टर की निगाहे इस बात पर टिकी होती है। कि उसको रहत दी गई है, या उस पर बोझ पहले से ज्यादा बढ़ा दिया गया है। ऐसे ही इस बार के बजट पर लोग अपनी आस लगाए बैठे है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के द्वारा अपना चौथा बजट पेश किया गया है इनमे कई अलग-अलग सेक्टरों के लिए घोषणाएं की गई है तो आइए जानते है इस बार के बजट में वित्त मंत्री द्वारा किन सेक्टरों को राहत दी गई है और किन सेक्टरों पर बोझ बढ़ा दिया गया है आइए जाने इस बजट में क्या सस्ता हुआ है और क्या महंगा हुआ है।
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यूनियन बजट होता क्या है?

देश के आम बजट को केंद्रीय बजट (Union Budget) भी कहा जाता है, जिसको हर साल वित्त मंत्री के द्वारा पेश किया जाता है. जिसमे आने वाले वित्तीय वर्ष (Financial Year) के लिए कर-निर्धारण (Taxation) वा खर्चो के लिए सरकार की विस्तृत योजना होती है। बजट भाषण में इसका सम्पूर्ण ब्यौरा होता है, भारत देश का सबसे पहला बजट ईस्ट इंडिया कंपनी से जुड़े स्कॉटिश अर्थशास्त्री वा नेता जेम्स विल्सन ने 7 अप्रेल 1860 को महारानी के सामने रखा था। जबकि स्वतंत्र भारत का पहला बजट वित्त मंत्री आर के षण्मुखम चेट्टी ने 26 नवंबर, 1947 को प्रस्तुत किया था।
पहले बजट को 1955 तक सिर्फ अंग्रेजी भाषा में ही पेश किया जाता था, बाद में कांग्रेस के द्वारा इसे अंग्रेजी वा हिंदी दोनों भाषा में पेश करना शुरू कर दिया। पहले रेल बजट वा केंद्रीय बजट को एक साथ पेश किया जाता था, जो साल 2017 तक चलता रहा, लेकिन 2017 के बाद रेल बजट वा केंद्रीय बजट को आपस में मिला दिया गया। जिसके बाद से हर साल एक बजट पेश किया जाने लगा, कोरोना महामारी के आने के साल 2021-2022 का बजट कागज रहित (Paperless Budget) पेश किया गया था।
इन्हे मिली राहत तो इन पर बढ़ा बोझ
सस्ते होंगे फ़ोन के चार्जर:- इस बजट में देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र पर जोर दिया गया है, जिसमे ट्रांसफार्मर, कैमरा लेंस, मोबाइल फ़ोन, मोबाइल फ़ोन चार्जर आदि के घरेलु विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए इस पर ड्यूटी कंसेशन देने की घोषणा की गई है।
सस्ते होंगे रत्न आभूषण:- सरकार के द्वारा कट और पॉलिश डायमंड के साथ रत्नों पर कस्टम ड्यूटी को घटाकर 5% कर दिया है। रत्न वा आभूषण उद्योग को बढ़ावा देने के लिए सरकार के द्वारा यह फैसला लिया गया है। जिससे अब सिंपली सोन डायमंड (Simply Sawn Diamond) पर कस्टम ड्यूटी नहीं लगेगी।
बिना इथेनॉल वाला पेट्रोल होगा महंगा:- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के द्वारा अपने बजट भाषण के आखिरी में यह घोषणा की के 1 अक्टूबर 2022 से बिना इथेनॉल मिक्स वाले इंधन पर 2 प्रति लीटर का उत्पाद शुल्क लगेगा, शुल्क बढ़ाने के पीछे सरकार ने इंधन में इथेनॉल की ब्लेंडिंग को बढ़ावा देने का तर्क दिया है। जिससे आने वाले वक्त में देश में बिना ब्लेंडिंग वाला पेट्रोल महीना हो जाएगा।
हेडफोन वा ईयरफोन फोन होंगे महंगे:- सरकार के द्वारा इस बजट में पहनने योग्य (ईयरफोन) वा सुनने योग्य (हेडफोन) उद्योग को बढ़ावा देने के लिए कस्टम ड्यूटी का एक स्ट्रक्चर बनाने की बात कही है, जिससे चीन और विदेशों से आयात होने वाले हेडफोन वा ईयरफोन महंगे होंगे।
बारिश से बचने वाली छतरिया होंगी महँगी:- बारिश में उपयोग होने वाली छतरिया अब से महँगी हो जाएगी, क्योकि सरकार के द्वारा बजट में इन पर अब से कस्टम ड्यूटी को बढ़ाकर 20% कर दिया है। जिससे विदेशो से आने वाले छाते महंगे होंगे इसके अलावा छातो को बनाने वाले कलपुर्जे पर मिलने वाली टेक्स छूट को ख़त्म कर दिया गया है।
स्टेनलेस स्टील होगा सस्ता:- निर्मला सीताराम जी के द्वारा कहा गया कि सार्वजानिक रूप से एलायस्टील की छड़ो,कोटेड स्टील की चद्दरों, स्टेनलैस स्टील पर कुछ एंटी-डम्पिंग टैक्स हटाने के सरकार के द्वारा फैसला लिया गया है।
मेथेनॉल भी होगा सस्ता:- इस बार सरकार के द्वारा मेथेनाल पर कस्टम ड्यूटी कम करने का फैसला लिया गया है। साथ ही पेट्रोलियम को रिफाइंड करने वाली रसायनो पर भी शुल्क कम किया गया है, जिससे घरेलु स्तर पर इन क्षेत्रों में वैल्यू एडिसन का लाभ होगा।
आर्टिफिशियल गहने होंगे महंगे:- इस बार सरकार के द्वारा बजट में अंडरवैल्यू आर्टिफिशियल गहनों के आयत को हतोत्साहित करने के लिए इस पर लगाई जाने वाली इंपोर्ट ड्यूटी को अब 400 रूपए प्रति किलोग्राम कर दिया गया है, जिससे जल्द ही यह गहने महंगे हो जाएंगे।
स्टील वा स्क्रैप का आयत रहेगा सस्ता:- वित्त मंत्री के द्वारा इस बार बजट में स्टील वा स्क्रैप (कबाड़) पर मिलने वाली कस्टम ड्यूटी को 1 साल के लिए और बढ़ा दिया गया है। जिससे छोटे वा मध्यम उद्योगों को को राहत मिलेगी वा MSME सेक्टर में कबाड़ से स्टील उत्पाद करने वालो को आसानी होगी।
आयातित एडवांस मशीनरी बनी रहेंगी सस्ती:- कई ऐसी मशीने है जो भारत देश में नहीं बनती है वा सरकार इनके आयातो पर छूट देती है ऐसी मशीनो पर छूट जारी रहेगी।
यह भी हुए महंगे:- सरकार के द्वारा कई अन्य वस्तुओ पर भी शुल्क बढ़ाये गए है, जिनमे एक्सरे मशीन, सोलर मोड़यूल, सोलर सेल, स्मार्ट मीटर, सिंगल या मल्टीपल लाउडस्पीकर आदि शामिल है। सरकार के द्वारा देश में इन चीज़ो के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए पीएलआई स्कीम जैसी योजनाए पेश की है, जिससे इन पर शुल्क बढ़ाया गया है।